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संस्कृति और विरासत

लोग

धनबाद में विभिन्न संस्कृतियों और लोगों का एक बड़ा मिश्रण है ऐसे लोग हैं जो बंगालियों, बिहारियों और स्थानीय लोगों के एक महत्वपूर्ण प्रतिशत हैं वहाँ भी महत्वपूर्ण गुजराती, पंजाबी और तमिल, मलयाली, तेलगु, मारवाड़ी राजस्थानी समुदाय हैं जो लंबे समय तक धनबाद में रह रहे हैं। इसलिए, धनबाद को एक सांस्कृतिक पिघल पॉट कहा जा सकता है। इस विविधता को भी इस तथ्य में नजर आता है कि धनबाद में बड़ी संख्या में बोली जाने वाली भाषाएं हैं।

त्यौहार

धनबाद पूरे भारत के लोगों के लिए घर है। धनबाद में मनाया जाने वाले त्योहारों की लंबी सूची में विश्वकर्मा पूजा, सरस्वती पूजा, दुर्गा पूजा, छठ, दीपावली, होली, ईआईडी, मोहरम, गुरुपर्णिमा, सरहुल और क्रिसमस शामिल हैं।